आप ने रामानंद सागर की रामायण तो देखि ही होगी, जिसमें हनुमानजी की भूमिका दारासिंह ने निभाई थी। रणबीर कपूर की रामायण आनेवाली है, उसमें भी हनुमाजी की भूमिका सनी देओल ने निभाई है। इसका अर्थ यह है कि हनुमानजी आयु में भगवान राम से वृद्ध थे, परंतु यह बात कदाचित सत्य नहीं है। आज के हमारे इस ब्लॉग में हम यह बात सिद्ध करने का प्रयत्न करेंगे।
हनुमानजी और रामजी का जन्म कब हुआ था ?
वाल्मीकि रामायण के अनुसार रामजी और हनुमानजी दोनों का जन्म त्रेतायुग में हुआ था। रामजी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को जन्में थे और हनुमानजी भी चैत्र माह कि पूर्णिमा के दिवस को जन्में थे। इसका अर्थ यह है कि हनुमानजी रामजी के जन्म के छह दिवस बाद जन्म लिए थे। इसका अर्थ यह है कि हनुमानजी रामजी से छोटे थे।
हनुमानजी के जन्म के विषय में बहुत प्रकार की कथाएं भी मिलती है। एक कथा के अनुसार भगवान राम और हनुमानजी भाई थे। वह कुछ इस प्रकार था।
जब राजा दशरथ ने पुत्र की कामना से यज्ञ किया तो स्वयं अग्नि देव हाथ में हवि अर्थात यज्ञ का प्रसाद लेकर प्रकट हुए, उस प्रसाद को राजा दशरथ की तीनों रानियों में बांटा गया परंतु रानी सुमित्रा का प्रसाद एक चील उठाकर ले गई, तब रानी कौशल्या और रानी कैकेयी ने अपने अपने प्रसाद से थोड़ा थोड़ा रानी सुमित्रा को दिया था।
इसके बाद चैत्र माह की नवमी तिथि को रानी कौशल्या ने भगवान राम को, सुमितराजी ने लक्ष्मणजी और शत्रुघ्नजी को और कैकेयीजी ने भरतजी को जन्म दिया। दूसरी तरफ वह चील उड़ती हुई उस स्थान पर गई जहां पर वानरराज केसरी की पत्नी पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान शिव की तपस्या कर रही थी।
उस समय चील ने वह प्रसाद देवी अंजना के हाथों में गिरा दिया और देवी अंजना ने उस प्रसाद को भगवान शिव का वरदान मानकर ग्रहण कर लिया। इसलिए चैत्र माह की पूर्णिमा को माता अंजना के गर्भ से भगवान हनुमान का जन्म हुआ।
इसका अर्थ यह है कि भगवान राम और हनुमानजी एक समान आयु के थे । आज कल कि फिल्मों में और धारावाहिकों मे जब हनुमानजी को एक वृद्ध व्यक्ति के रूप मे जो चित्रण किया जाता है वह सर्वदा ही गलत है ।
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Rochak Vishay